How रोज़ सुबह उठने के बाद ये जरुर सुनो can Save You Time, Stress, and Money.

यहाँ तो जिंदगी है फिर भी कोई याद नहीं करता;

पर क्या करें यादें तो किसी को दिखाई नहीं जाती।

दिल पुराने मौसमों को ढूंढ़ता रह जायेगा।

हम तुम्हें याद करने का बहाना ढूँढ लेते हैं।

ना इतने नमकीन हैं कि ब्लड प्रेसर बढ़ जाए;

सिर्फ देख के किसी को दिल की बात नहीं होती;

​​ माना के बरसों से तेरी गली में ​आना-जाना नहीं।

​उनसे मिलने को जो सोचों अब वो ज़माना नहीं;​

दूर रहकर भी वो दिल जलाने से बाज़ रोज़ सुबह उठने के बाद ये जरुर सुनो नहीं आते;

तो कुछ पन्नों पर नाम और कुछ पर मुस्कुराहटें होंगी।

वो मेरी सोच के हर रास्ते पर नज़र here आता है!

बैठे थे अपनी मस्ती में कि अचानक तड़प उठे,

तेरी यादें भी न मेरे बचपन के खिलौने जैसी हैं;

चले जायेंगे मगर यादें click here सुहानी छोड़ जायेंगे;

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